Monday, November 3, 2008

जरूरतों के मुताबिक चुनिए बीमा पॉलिसी


कोई शख्स नहीं चाहेगा कि वह अपने पीछे पारिवारिक सदस्यों के लिए कोई विवादित क्लेम छोड़कर जाए। लोग अपने ऊपर वित्तीय रूप से निर्भर व्यक्तियों की वित्तीय सुरक्षा के लिए जीवन बीमा पॉलिसी खरीदते हैं। हालांकि बाजार में बीमा कंपनियों की बड़ी तादाद और पॉलिसी तथा पैकेज की जरूरत से ज्यादा संख्या से लोग भ्रम में पड़ जाते हैं। पसोपेश में डालने वाले ब्योरों से लैस पॉलिसी लेने का मतलब अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई को पानी में डालना। केवल बीमा पॉलिसी लेना ही काफी नहीं है। दरअसल ऐसी पॉलिसी लेने की जरूरत होती है जो आपके वित्तीय लक्ष्यों से मेल खाती हो। इस संदर्भ में अलग-अलग तरह की पॉलिसियों को समझ लेना जरूरी है। टर्म लाइफ बीमा पॉलिसी मृत्यु पर मिलने वाला लाभ देती है और इसमें बचत की कोई गुंजाइश नहीं होती। अगर मृत्यु टर्म के दौरान किसी वक्त होती है तो लेवल टर्म पॉलिसी भी उसी तरह का फायदा मुहैया कराती है। पॉलिसी का प्रीमियम कवर खरीदे जाने के वक्त बीमा कराने वाले व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। कुछ लोग जीवन बीमा पॉलिसी से मृत्यु पर मिलने वाले लाभ से अलग भी कई फायदे चाहते हैं। क्या हो अगर आपकी बीमा पॉलिसी निवेश के उत्पाद में बदल जाए ? लंबी अवधि के बचत खाते या कवर के जरिए शेयर बाजार में निवेश से जुड़ने जैसी बातें काफी आकर्षक लगती हैं। इसके लिए होल लाइफ , यूनिवर्सल लाइफ या वैरिएबल लाइफ जैसी कैश वैल्यू लाइफ इंश्योरेंस पर गौर कीजिए।
होल लाइफ पॉलिसी बचत खाते के साथ मृत्यु के वक्त आर्थिक लाभ देती है। इसमें आपको नियमित रूप से प्रीमियम के तौर पर तय रकम जमा करानी होगी। कंपनी जो डिविडेंड कमाती है , उसमें इजाफा होने के साथ बचत भी बढ़ती है। इन्हें एंडोमेंट पॉलिसी के नाम से भी जाना जाता है। होल लाइफ पॉलिसी मृत्यु के वक्त आर्थिक लाभ और कैश वैल्यू , दोनों मुहैया कराती है लेकिन यह जरा महंगी होती है। कुछ विशेषज्ञ दलील देते हैं कि बीमा उत्पादों को निवेश के प्रोडक्ट के तौर नहीं देखना चाहिए। आपकी बीमा की जरूरतें , निवेश के उद्देश्यों से अलग होनी चाहिए। अगर आपको भी ऐसा लगता है तो पूर्ण जीवन बीमा पॉलिसी खरीदिए जो आपकी बीमा से जुड़ी जरूरतों को कवर करे। निवेश और बीमा को एक-दूसरे में मत मिलाइए। अपनी बीमा जरूरतों का आकलन कीजिए। पॉलिसी खरीदने से पहले इस बात का फैसला करना काफी अहम होता है कि आप पर निर्भर पारिवारिक सदस्यों की आर्थिक जरूरतें क्या हैं। क्या वे नियमित आमदनी का स्त्रोत खत्म होने के बाद ज्यादा मुश्किल और निचले स्तर की जीवनशैली से तालमेल बैठा सकते हैं ? यह बात आमदनी और बचत के दूसरे स्त्रोतों , निर्भर सदस्यों की संख्या , दूसरे बकाया कर्ज और परिवार की मौजूदा लाइफस्टाइल जैसी चीजों पर निर्भर करती है कि आपको कितनी रकम की जीवन बीमा की जरूरत है। आम तौर पर सालाना तनख्वाह से पांच से दस गुना ज्यादा रकम का बीमा कराने की सलाह दी जाती है। सही बीमा कंपनी का चुनाव कीजिए। ऐसी बीमा कंपनी चुनिए जिसका ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर रहा हो। एजेंट की सेवा लेना फायदेमंद हो सकता है। बढि़या डील हथियाने की तलाश शुरू करने के लिए इंटरनेट अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। जीवन बीमा कवर खरीदने के पीछे यह मंशा होती है कि आपका परिवार और चाहने वाले आपके पीछे वित्तीय संसाधनों की ज्यादा कमी का सामना न करें और उनकी जीवनशैली को एकाएक चोट न पहुंचे।

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