Wednesday, November 12, 2008

एसआईपी अगर अच्छा, तो निवेश जारी रखें

मुंबई : बाजारों की गिरावट ने निवेशकों की नाक में दम कर रखा है। हालात कितने बिगड़ चुके हैं , इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान ( एसआईपी ) के जरिए पैसा लगाने वाले लोगों ने नया निवेश बंद कर दिया है। उन्होंने यूनिटें भुनानी शुरू कर दी हैं। निवेशक इस बात को लेकर पसोपेश में हैं कि क्या यह निवेश का सुनहरा मौका है या पैसा बर्बाद करने वाली गिरावट। मुंबई के सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर अमर पंडित ने कहा , ' निवेश रिटर्न की कीमत पर निर्भर करता है और यह आपको मिलने वाली सर्वश्रेष्ठ कीमत हो सकती है। कोई भी एसआईपी तब सबसे बढ़िया प्रदर्शन करता है , जब बाजार नीचे जा रहे होते हैं। इसलिए अगर आपके पास बढ़िया स्कीम है तो एसआईपी जारी रखिए। ' हालांकि इन दिनों ज्यादातर निवेशक और नुकसान होने के डर से कांप रहे हैं , लेकिन ऐसे हालात में यूनिट को भुनाना गलत रणनीति है। ऐसे समय में आपको निचले स्तरों पर खरीदारी करनी चाहिए ताकि आपको ज्यादा यूनिटें मिलें और एवरेज कॉस्ट कम हो। बाजार का रुख पलटने पर आपको मिलने वाला रिटर्न निश्चित रूप से बढ़िया होगा। पंडित के मुताबिक जो दौर हम देख रहे हैं , यह निचले स्तरों पर खरीदारी का सुनहरा मौका है क्योंकि कीमतों के इस स्तर पर होने की आप उम्मीद हर वक्त नहीं लगा सकते। अगर आप एसआईपी बरकरार रखते हैं या उससे बाहर निकलते हैं तो क्या होगा ? इसे एक उदाहरण से समझने की कोशिश कीजिए। मान लीजिए कि अक्टूबर 2007 से सितंबर 2008 के बीच आपने 2,000 प्रतिमाह का एसआईपी किया। इस अवधि के दौरान आपने 24,000 रुपए इस एसआईपी में डाले। इस निवेश का बाजार भाव अब 15,000 रुपए होगा।
इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप इन यूनिट को अभी भुनाते हैं तो आपको 24,000 के बजाए सिर्फ 15,000 रुपए मिलेंगे। साफ है कि इस एसआईपी पर 9,000 रुपए का नुकसान उठाना होगा। पार्क फाइनेंशियल एडवाइजर्स के स्वप्निल पवार ने कहा , ' अगर आप एसआईपी बंद कर देते हैं और यूनिटें भुनाते नहीं हैं तो अब से 20 फीसदी के फायदे पर एक साल बाद वह 18,000 रुपए हो जाएगा। इसके बजाए अगर आप एक और साल के लिए निवेश जारी रखते हैं तो एक साल के बाद निवेश 48,000 रुपए होगा , जबकि उसकी मार्केट वैल्यू 50,000 रुपए। इसलिए 6,000 रुपए का नुकसान उठाने के बजाए आप कहीं बेहतर स्थिति में होंगे। ' अगर आपने मासिक आधार पर किसी लक्ष्य तक पहुंचने के लिए 1,000 रुपए डालने का फैसला किया था और आज उसी कीमत पर आपको ज्यादा यूनिट मिल रहे हैं तो आप उसे क्यों रोकेंगे ? आने वाले दिनों में बाजार और निचले स्तरों तक जा सकते हैं। हालांकि हमें ऐसे मुश्किल वक्त में भी खरीदारी जारी रखनी चाहिए। ऐसे वक्त में खरीदे जाने वाले उत्पाद बेहतरीन फायदा देते हैं। वास्तव में यह निवेश का दायरा बढ़ाने का वक्त है। अगर आप पहली बार निवेश करने जा रहे हैं तो इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपके वित्तीय उद्देश्य क्या हैं , निवेश की अवधि क्या है , आपको कितने रिटर्न की जरूरत है और जोखिम कितना उठा सकते हैं ?
-विद्यालक्ष्मी

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