Tuesday, November 11, 2008

लॉन्ग टर्म को ध्यान में रखकर करें खरीददारी

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के संवेदी सूचकांक ने इस सप्ताह 1.8 फीसदी यानी 176.23 अंकों की मजबूती दर्ज की। हफ्ते में इंडेक्स ने ऊपर और नीचे, दोनों ओर का सफर किया। निफ्टी में 3.03 फीसदी की मजबूती देखी गई जबकि CNX मिडकैप इंडेक्स 6.08 फीसदी चढ़ा। इंडेक्स शेयरों में 28.9 फीसदी की बढ़त के साथ रैनबैक्सी लैब्स सबसे आगे रहा। जो दूसरे इंडेक्स स्टॉक चढ़े, उनमें डीएलएफ, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, जयप्रकाश एसोसिएट्स और आईटीसी शामिल रहे। इन शेयरों में 27.5 फीसदी से 13.6 फीसदी तक की ताकत आई। इंडेक्स में शामिल शेयरों में स्टरलाइट इंडस्ट्रीज 12.8 फीसदी के नुकसान के साथ सबसे पीछा रहा। पिटने वाले दूसरे इंडेक्स शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज और इंफोसिस टेक्नोलॉजी शामिल रहे जिन्होंने 8.6 से 11.2 फीसदी का घाटा खाया। सबसे ज्यादा ट्रेडिंग देखने वाले गैर-इंडेक्स स्टॉक में जीवीके पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर अव्वल रहा। इसे 64.4 फीसदी का फायदा हुआ। चढ़ने वाले दूसरे गैर-इंडेक्स शेयरों में IVRCL इंफ्रास्ट्रक्चर्स एंड प्रोजेक्ट्स, सूजलॉन एनर्जी, लैंको इंफ्राटेक, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शंस, जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर, फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज और इंडियाबुल्स रियल एस्टेट शुमार रहे। जिनमें 31.3 से 64.2 फीसदी की मजबूती देखी गई। नुकसान उठाने वाले जिन गैर-इंडेक्स शेयरों में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग हुई उनमें बजाज ऑटो प्रमुख रहा जिसने 24.5 फीसदी का नुकसान उठाया। लुढ़कने वाले गैर-इंडेक्स शेयरों में HDIL कोर प्रोजेक्ट्स एंड टेक्नोलॉजीज, युनाइटेड स्पिरिट्स, रोल्टा इंडिया, टाइटल इंडस्ट्रीज, अम्बुजा सीमेंट्स और जी एंटरटेनमेंट है। इन स्टॉक ने 7.2 फीसदी से 18.9 फीसदी का घाटा खाया।
मध्यम अवधि का रुझान:
8 सितंबर को शुरू होने वाला गिरावट का मध्यम अवधि का रुझान अब भी कायम है। कुछ इंडेक्स ने बुधवार को तेजी के ट्रिगर स्तर पार किए लेकिन ऐसा कुछ ही मिनटों के लिए हुआ जिसके बाद भारी गिरावट देखी गई। इंडेक्स के 10,945 का स्तर पार करने के बाद ही तेजी का मध्यम अवधि का स्तर कायम हो सकता है। निफ्टी के लिए यह स्तर 3,255 और CNX मिडकैप इंडेक्स के लिए 3,993 है। वैश्विक बाजारों में मिश्रित प्रकृति का मध्यम अवधि का रुझान देखने को मिल रहा है। सभी वैश्विक बाजारों ने हाल में गिरावट के नए स्तर बनाए हैं। इनमें से कुछ बीते 4-5 साल के निम्नतम स्तर तक लुढ़के। हमारे इंडेक्स तीन साल का निचला स्तर देखने के बाद वापसी करने में कामयाब रहे। संवेदी सूचकांक के लिए पांच साल का निम्नतम स्तर 2,900 से थोड़ा ही ऊपर है।
लंबी अवधि का रुझान:
बाजारों का लंबी अवधि का रुझान गिरावट का बना हुआ है। संवेदी सूचकांक 27 अक्टूबर को 63.7 फीसदी नीचे था जिससे इंडेक्स के लॉन्च होने से आज तक मंदी का यह सबसे खौफनाक दौर बन गया है। बेहतर रहेगा कि बाजार के तेजी का स्तर पार करने का इंतजार किया जाए क्योंकि मध्यम अवधि का तेजी का अंतिम स्तर 12 अगस्त को 15,580 पर बना था। ऐसा इसलिए है क्योंकि 15,107 का मध्यम अवधि का शीर्ष स्तर (8 सितंबर) इससे केवल 3 फीसदी नीचे है। निफ्टी के लिए यह स्तर 4,650 और CNX मिडकैप के लिए 6,016 है। इस बात की संभावना कम ही है कि मध्यम अवधि में अगली तेजी इस स्तर तक पहुंच पाएगी और रैली जिस शीर्ष स्तर तक जाएगी वही नया ट्रिगर बन जाएगा।
कारोबार और निवेश की रणनीति:
गिरावट में खरीदारी की रणनीति लंबी अवधि का पोर्टफोलियो रखने वाले निवेशकों के लिए फायदेमंद होनी चाहिए। खरीदारी छोटे लॉट में की जानी चाहिए जिससे गिरावट का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। पोर्टफोलियो बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव इसलिए नहीं दिया जा रहा है क्योंकि मंदी के जल्द खत्म होने की संभावना है, बल्कि ऐसा इसलिए सुझाया जा रहा है क्योंकि इंडेक्स तेजी के दौर के अत्यंत ऊंचे स्तरों से काफी नीचे आ चुके हैं जिस वजह से गिरावट का जोखिम काफी कम हो गया है। बैंक, FMCG कुछ फार्मास्युटिकल शेयर और पेट्रोलियम कंपनियों के स्टॉक सुरक्षित दिख रहे हैं। टेक्नोलॉजी क्षेत्र के शेयरों में भी स्थिरता देखने को मिल रही है। रियल एस्टेट, स्टील और मेटल, फाइनेंस और ब्रोकिंग के शेयरों को तब तक नजरअंदाज किया जाना चाहिए जब तक मंदी का दौर खत्म होने की पुष्टि नहीं होती।
वैश्विक परिदृश्य:
वैश्विक बाजारों ने भी सप्ताह की शुरुआत मजबूत रुख के साथ की थी लेकिन तेजी से उनमें गिरावट आती चली गई। शुरुआती रैलियां डाओ समेत कुछ बाजारों के लिए मध्यम अवधि की तेजी में बदलती दिखी थीं। लेकिन उसके बाद आई गिरावट ने इनमें से ज्यादातर को एक बार फिर पिछले निचले स्तरों पर लाकर खड़ा कर दिया। अगर डाओ जोंस 8,085 का स्तर तोड़ता है तो फिर मध्यम अवधि की गिरावट में फंस सकता है। तेजडि़यों की पकड़ मजबूत बनाने के लिए उसे 12,000 के स्तर को पार करना होगा। बीएसई संवेदी सूचकांक में गुरुवार को खत्म 12 महीने के दौरान 49.5 फीसदी का नुकसान दर्ज किया गया है। अध्ययन के लिए शामिल दुनिया के 35 प्रमुख इंडेक्स में पांच पायदान चढ़कर वह 25वें स्थान पर पहुंच गया है। स्लोवाकिया सूची के शीर्ष पर बना हुआ है लेकिन 18 फीसदी नुकसान उठाने के साथ। इनके बाद स्पेन, चिली, बेल्जियम और श्रीलंका का नम्बर आता है।
- दीपक मोहोनी

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