मनीष कॉल सेंटर में मैनेजर हैं। वह पिछले तीन वर्षों से नौकरी में हैं और उन्होंने फ्लैट और कार खरीद ली है। वह दो पर्सनल लोन भी चुका रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों से वह ज्यादा बचत नहीं कर पाए हैं। उन्हें हर महीने बिल चुकाने के साथ ही रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी खर्च करना होता है। मनीष के पास बचत के तौर पर न के बराबर धन मौजूद है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की रफ्तार कम होने, कर्ज के बढ़ने और वैश्विक आर्थिक मंदी के चलते मनीष को अब नौकरी पर खतरे के बादल मंडराते दिख रहे हैं। ऐसी स्थिति में भी वित्तीय तौर पर सुरक्षित रहने के लिए नौकरी की शुरुआत के साथ ही निवेश का श्रीणेश करना भी जरूरी होता है। बचत खाते में कुछ धन रखना अच्छा रहता है। इसके साथ ही कुछ अन्य विकल्प भी मौजूद हैं जो सुरक्षित होने के साथ ही अच्छा रिटर्न भी देते हैं। इनमें म्यूचुअल फंड एसआईपी, सावधि जमा योजना (एफडी), शेयर, बैलेंस्ड फंड और कर बचाने वाले इंस्ट्रूमेंट शामिल हैं। जो लोग निवेश की जल्द शुरुआत करते हैं, उन्हें चक्रवृद्धि (कम्पाउंडिंग) की शक्ति का लाभ मिलता है। आप कई वर्षों तक छोटी रकम का निवेश कर भी अपनी संपत्ति में अच्छा इजाफा कर सकते हैं। निवेश की अवधि जितनी अधिक होगी, रिटर्न भी उतना ही ज्यादा मिलेगा। इसलिए समय पर निवेश की शुरुआत कर अनुशासन के साथ निवेश करना अच्छा रहता है। साधारण ब्याज के मामले में निवेशक को केवल मूल धन पर ही ब्याज मिलता है। चक्रवृद्धि रिटर्न में मूल धन पर मिलने वाले रिटर्न का दोबारा निवेश किया जाता है। इससे रिटर्न में अच्छा इजाफा होता है और यह रिटायरमेंट के बाद के वर्षो के लिए आर्थिक तौर पर मजबूती हासिल करने का एक बेहतर जरिया है। अगर आप यह जानना चाहते हैं कि एक निश्चित वार्षिक ब्याज दर पर आपका धन कितने समय में दोगुना हो जाएगा तो इसके लिए 72 का नियम एक आसान तरीका है। यह कम दरों के मामले में काफी सटीक गणना करता है लेकिन अगर रिटर्न की दर अधिक हो तो यह कम प्रभावी होता है। मान लीजिए कि एक निवेशक अपने धन पर 12 फीसदी की दर से ब्याज कमाता है, तो कितने समय में उसका धन दोगुना हो जाएगा? इसके लिए आपको केवल 72 अंक को निवेशक को मिलने वाली ब्याज की दर से भाग देना है (इस मामले में 12 फीसदी)। अगर हम 72 को 12 से भाग देंगे तो छह बचेगा। इस तरह 12 फीसदी ब्याज दर पर निवेश को दोगुना होने में लगभग 6 वर्ष का समय लगेगा। अगर निवेशक को 9 फीसदी का ब्याज मिल रहा है तो 72 को 9 से भाग देने पर 8 मिलेगा। इस तरह उसका धन दोगुना होने में लगभग 8 वर्ष का समय लगेगा। अगर आप अपना धन निवेश के किसी ऐसे विकल्प में लगाते हैं जो रिटर्न का दोबारा निवेश करता है तो आपको लंबी अवधि में बहुत अच्छा रिटर्न मिल सकता है। जितनी जल्दी आप बचत और निवेश की शुरुआत करेंगे, उतने ही अधिक रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। इस उदाहरण पर नजर डालें। मनीष आज से प्रतिमाह 5,000 रुपए किसी ऐसे इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं जो उन्हें 15 वर्ष से अधिक की अवधि के लिए 12 फीसदी वार्षिक का रिटर्न देगा। इसके अलावा एक दूसरा उदाहरण लेते हैं जहां वह पांच वर्ष बाद निवेश की शुरुआत करते हैं। अगर मनीष की उम्र 30 वर्ष है और तो उनके पास मौजूद बचत की रकम 40 वर्ष का होने पर पहले उदाहरण में 11.50 लाख रुपए और दूसरे में केवल 4.08 लाख रुपए (तालिका में दिखाया गया है) होगी।
- कविता श्रीराम
1 comment:
यहां जेब में पैसे नहीं बचे हैं आप बात कर रहे हैं निवेश की।
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