इन 5 बड़ी भूलों से बचें तो 60 साल की उम्र में आप भी बन सकते हैं करोड़पति
उम्र और जरूरत का ध्यान रखे बिना निवेश करना
क्या आपने कभी ऐसा कोई प्लान बनाया कि आपकी और परिवार की जरूरतें क्या हैं - वर्तमान की ही नहीं, भविष्य की भी? आज आय कितनी है और आगे कितनी हो सकती है? अभी कितनी बचत है और पांच या दस साल बाद कितनी होगी? इस बचत का आप आज क्या इस्तेमाल कर रहे हैं और आगे कैसे करेंगे? पहले कार खरीदेंगे या मकान? टीवी-फ्रिज खरीदेंगे या बीमा पॉलिसी? क्या कम जरूरी है और क्या ज्यादा? क्या तुरंत चाहिए और क्या कुछ सालों बाद? ये सोचे बिना निवेश यानी नुकसान को दावत।
महज टैक्स बचाने के लिए जीवन बीमा पॉलिसी लेना
अगर आपकी शर्ट का साइज 42 है तो क्या आप 38 नंबर की शर्ट खरीदेंगे? नहीं? तो फिर गैरजरूरी पॉलिसी क्यों? जीवन बीमा होता है मृत्यु के बाद परिवार के पोषण के लिए। इसके लिए टर्म पॉलिसी है चूंकि वह कम प्रीमियम पर ऊंचा रिस्क कवर देती है। रिटर्न नहीं देती। लेकिन अधिकतर लोग इनकम टैक्स बचाने के लिए या निवेश के लिए ही बीमा कराते हैं। एंडाउमेंट और मनीबैक पॉलिसी पर रिटर्न केवल 6 फीसदी मिलता है और लाइफ कवर बेहद कम। ये हाई कॉस्ट और लो रिटर्न इनवेस्टमेंट हैं।
योजना और लक्ष्य तय किए बगैर पैसे लगाना
अगले तीन साल में आप घर खरीदने की योजना बनाते हैं। इसके लिए अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा इन्वेस्ट करें, तो रिटर्न केवल आठ-नौ फीसदी मिलेगा। लेकिन अगर किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करें, तो रिटर्न दोगुना तक मिल सकता है। वह भी टैक्स फ्री। हर जरूरत पूरी करने के लिए अलग योजना बनाएं। किस चीज को पाने में कितना समय लगेगा, उसके लिए कितने पैसे की जरूरत होगी और कहां इन्वेस्ट करने पर फायदा होगा, इन सभी बातों को ध्यान में रखें।
जिम्मेदारियों के मुताबिक निवेश न बदलना
उम्र बढऩे के साथ ही जिम्मेदारियां और जरूरतें बदलती हैं। साथ ही बदलती हैं इन्वेस्टमेंट स्कीम। कॅरियर की शुरूआत में आप वल्र्ड टूर पर जाना चाहते थे, लेकिन दस साल बाद आप अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए इन्वेस्ट करेंगे। या फिर घर खरीदना चाहते हैं। ऐसे में जरूरी नहीं कि आपने दस साल पहले जिस योजना में पैसा जमा कर मुनाफा कमाया था, वही आज भी उतना ही लाभ दे। अलग अलग लक्ष्य के लिए इन्वेस्टमेंट योजना में भी बदलाव लाना जरूरी है।
रिटायरमेंट के बाद की योजना समय से न बनाना
क्या आपने रिटायरमेंट के बाद के खर्चों के लिए निवेश कर दिया है? यदि कर भी दिया है तो क्या सही समय पर? अधिकतर का जवाब होगा, नहीं। कॅरियर की शुरुआत में जिम्मेदारियां कम होती हैं। तब बचत और इन्वेस्टमेंट का विचार नहीं आता। अगर 30 की उम्र से भी इन्वेस्ट करना शुरू करें, तो रिटायरमेंट के समय आपके हाथ एक बड़ी रकम होगी। अगर 55 साल की उम्र में निवेश करते हैं तो रिटायरमेंट से पहले रकम बढऩे के लिए सिर्फ 5 ही साल हैं। ज्यादा निवेश पर भी रिटर्न कम ही रहेगा।